पाँचवी पीढ़ी के कम्प्युटर
Fifth Generation of Computer (1990-Present)

Super Computer

  • ULSI (Ultra Large Scale Integration) तथा SLSI (Super Large Scale Integration) से करोड़ो इलेक्ट्रानिक उपकरणो से युक्त माइक्रोप्रोसेसर चिप का विकास हुआ। 
  • इससे अत्यंत छोटे तथा हाथ मे लेकर चलने योग्य कम्प्युटरों का विकास हुआ जिनकी गणना क्षमता अत्यंत तीव्र तथा अधिक है। 
  • Multimedia तथा animation के कारण कम्प्युटर का शिक्षा तथा मनोरंजन आदि के लिए भरपूर उपयोग किया जाने लगा। 
  • इंटरनेट तथा सोशल मीडिया के विकास ने सूचनाओ के आदान प्रदान तथा एक दूसरे से संपर्क करने के तरीकों मे क्रांतिकारी परिवर्तन संभव बनाया। 
  • भंडारण के लिए ऑप्टिकल डिस्क (Optical Disk) जैसे- सीडी (CD), डीवीडी (DVD), या ब्लू रे डिस्क (Blu ray disk) का विकास हुआ। जिनकी भंडारण क्षमता अत्यंत उच्च थी। 
  • दो प्रोसेसर को एक साथ जोड़कर तथा पैरेलल प्रोसेसिंग द्वारा कम्प्युटर प्रोसेसर की गति को अत्यंत तीव्र बनाया गया। 
  • नेटवर्किंग के क्षेत्र मे इंटरनेट (Internet), ई-मेल (E-Mail),तथा डबल्यू डबल्यू डबल्यू (WWW- World wide web)  का विकास हुआ। 
  • सूचना प्रोद्योगिकी (Information Technology) तथा सूचना राजमार्ग (Information Highway) की अवधारणा का विकास हुआ। 
  • नये कम्प्युटर मे कृत्रिम ज्ञान क्षमता (Artificial Intelligence) डालने के प्रयास चल रहे है। ताकि कम्प्युटर परिस्थितियों के अनुकूल स्वयं निर्णय कर सके। आवाज को पहचानने (Speech Recognation) तथा रोबोट निर्माण (Robotics) मे इसका प्रयोग किया जा रहा है। 
  • मैग्नेटिक बबल मेमोरी (Magnetic bubble memory) और डेस्कटॉप पीसी (Desktop PC) ने कम्प्युटर को जीवन के लगभग प्रत्येक क्षेत्र से जोड़ दिया।